उन दिनों से काफी वक्त हो गयादिल दिमाग सब कुछ रीत से सख्त हो गयाकाश के तुम कुछ बंदोबस्त कर जातीअपने गुज़िश्ता का तस्वीर छोड़ जाती।हम भी थे तुम भी थेपल्लू पकड़कर वो लड़की भीये दुनिया कितनी ज़ख्म दे गयीहमे हम जाने बिना सरफ़रोश कह गयी।अपने दायरे में रहना सीखिए जनाबसभी नर -नारी से कहContinue reading “Filter Kaapi(फ़िल्टर कIपी)”